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    प्राचार्य

    “यथा चित्तं तथा वाचो, यथा वाचस्तथा क्रिया”
    “जैसा मन, वैसी वाणी; जैसी वाणी, वैसा ही कर्म”

    प्रिय छात्रों, अभिभावकों, और शिक्षकों,
    मुझे यह कहते हुए अत्यंत हर्ष हो रहा है कि हम केंद्रीय विद्यालय दीफू में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता की एक नई यात्रा शुरू कर रहे हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2021 का आगमन हमारे शैक्षिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह नीति शिक्षा की ओर एक परिवर्तनकारी दृष्टिकोण प्रस्तुत करती है, जो छात्रों के समग्र विकास, आलोचनात्मक सोच और जिज्ञासा की भावना को प्रोत्साहित करने पर बल देती है।
    केंद्रीय विद्यालय दीफू में हम इस प्रगतिशील नीति को पूरी तरह से अपनाते हैं, इसकी संभावनाओं को पहचानते हुए कि यह भारत में शिक्षा के भविष्य को आकार दे सकती है। 21वीं सदी के शिक्षण का सार इस बात पर केंद्रित है कि छात्रों को उन कौशलों और क्षमताओं से लैस किया जाए जो उन्हें निरंतर बदलती दुनिया में फलने-फूलने के लिए आवश्यक हैं।
    हमारे शिक्षक रचनात्मकता, सहयोग और आलोचनात्मक सोच को बढ़ावा देने वाली नवीन शिक्षण विधियों को अपनाने के लिए समर्पित हैं।
    हमारा विद्यालय प्रधानमंत्री श्री केवी के रूप में चुना गया है, जो हमें हमारे विद्यालय की संरचना को उन्नत करने और छात्रों को अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान करने में सक्षम बनाएगा। परियोजना-आधारित अधिगम, अनुभवात्मक गतिविधियों और प्रौद्योगिकी के समन्वय के माध्यम से, हम अपने छात्रों को जीवन भर सीखने वाले और जिम्मेदार वैश्विक नागरिक बनने के लिए सशक्त बनाने का प्रयास कर रहे हैं।
    हमारा एक सक्रिय पूर्व छात्र संघ (अलुमनी एसोसिएशन) है, और हम विद्यालय के हित में सभी हितधारकों को साथ लेकर इसे अपनी पूरी क्षमता तक विकसित करने की उम्मीद रखते हैं।

    धन्यवाद!
    जय हिंद

    प्रधानाचार्य
    केंद्रीय विद्यालय दीफू